Site icon NaiPrabhat

प्रधानमंत्री ने कहा, ओलंपिक की मेजबानी का अध्ययन करने के लिए एक टीम बनाई है

ओलंपिक : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को न्यूज18 के टीम से एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि पिछले साल जी20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन से भारतीय लोगों का विश्वास बढ़ा है कि देश ओलंपिक की मेजबानी के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि हमने एक टीम बनाई है और उन्हें यह अध्ययन करने का निर्देश दिया है कि अन्य देशों में इसी तरह की वैश्विक खेल प्रतियोगिताएं और विश्व चैंपियनशिप कैसे आयोजित की जा सकती  हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र  जी ने  कहा की जिस किसी ने भी पिछले साल भारत द्वारा आयोजित G20 शिखर सम्मेलन का विस्तार से विश्लेषण किया है, उसे विश्वास है कि अब भारत में ऐसे वैश्विक आयोजनों की मेजबानी करने की क्षमता है। साथ ही G20 के अनुभव ने घोटाले के बाद के नकारात्मक प्रभावों का मुकाबला करने में मदद की है। वही G20 में भारत की मेजबानी से 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों में धूम मच गयी है ।

प्रधानमंत्री ने कहा 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों से इतने कड़वे अनुभव जुड़े थे कि इसने ऐसे आयोजनों की मेजबानी करने में भारतीयों के आत्मविश्वास को तोड़ दिया था। G20 के बाद वह आत्मविश्वास लौटा; लोग जानते हैं कि हम भी ऐसे आयोजन कर सकते हैं ।

G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी का एक और सकारात्मक प्रभाव यह था कि संबंधित कार्यक्रम पूरे भारत में 60-70 स्थानों पर समान रूप से भव्य पैमाने पर आयोजित किए गए थे। इससे पूरे देश में विश्वास बहाली हुई। अगर हमने सिर्फ  दिल्ली पर ध्यान केंद्रित किया होता, तो यह एक सरकारी कार्यक्रम जैसा लगता। लेकिन यह लोगों द्वारा संचालित G20 था और यह दिखाता है कि भारत इन आयोजनों की मेजबानी में कितना बड़ा कदम उठा सकता है ।

प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर देते हुए कि भारत को 2036 ओलंपिक के लिए बोली लगानी चाहिए, 2029 यूथ ओलंपिक, 2024 शतरंज ओलंपियाड, वर्ल्ड बीच गेम्स आदि जैसी आगामी घटनाओं का अध्ययन करने के लिए एक टीम बनाई है।

Exit mobile version