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दो दिवसीय चिंतन शिविर का शुभारंभ, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय सहित मंत्रिमंडल के सदस्य ले रहे हिस्सा

प्रथम सत्र के आरंभ में नीति आयोग के CEO श्री BVR सुब्रमण्यम ने दिया संबोधन

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज रायपुर स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान(IIM) में आयोजित 2 दिवसीय चिंतन शिविर का शुभारंभ किया। चिंतन शिविर में मुख्यमंत्री साय सहित उप मुख्यमंत्री अरुण साव एवं विजय शर्मा तथा मंत्रिमंडल के अन्य सहयोगी हिस्सा ले रहे हैं। प्रथम सत्र को नीति आयोग के CEO बीवीआर सुब्रमण्यम ने संबोधित किया। अपने संबोधन में  सुब्रमण्यम ने विकसित भारत 2047 की संकल्पना और इसे प्राप्त करने की रणनीति के संबंध में विस्तार से अपनी बातें  साझा की। उन्होंने कहा कि बीते 10 सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत पिछले कुछ दसको से  तेजी से आगे बढ़ा है और दुनिया की सबसे उची अर्थव्यवस्थाओं में अपनी स्थान  बनाने में सफल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने विकसित भारत 2047 बनाने का संकल्प लिया है और इसे निर्धारित प्रारूप में समय के साथ पूरा करने की रणनीति बनाई गई है।

आगे नीति आयोग के CEO ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी स्केल, स्पीड और इनोवेशन पर जोर देते हैं। बदलते अंतराष्ट्रीय परिदृश्य और समय को देखते हुए विकसित भारत का विजन तैयार किया गया है, ताकि आगे भारत दुनिया भर में अपनी विशिष्ट स्थान बना सकें। उन्होंने कहा कि अब दुनिया की निगाहें ग्लोबल साउथ पर हैं। अब नजरिया पश्चिम से पूर्व की ओर देखने का है और भारत इन संभावनाओं को पूरा करने के लिए सक्षम है। भारत की जनांकिकी, भारत की रणनीतिक स्थिति और भारत में तेजी से हुए सुधारों से इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए भारत तैयार है। चाहे डिजिटल इकानामी हो, अथवा कर संबंधी सुधार हो। नवाचार को बढ़ावा देना हो,इन सब में भारत सबसे आगे ही रहा है और आने वाले समय में हम सबको मिलकर इन्हें तेजी से आगे बढ़ाना है। विकसित भारत सबके लिए समृद्धि लेकर आये, इसके लिए कार्य करना है। क्लाइमेट चेंज जैसी समस्याओं को देखते हुए ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देते हुए सतत विकास की दिशा में काम करना है। उन्होंने कहा कि जब हम विजन लेकर चलते हैं तो स्वाभाविक रूप से हमें एक गाइड मैप मिल जाता है और इसके अनुरूप हम बढ़ते जाते हैं। विकसित भारत का संकल्प पूरा करने में छत्तीसगढ़ की अहम भागीदारी होगी। छत्तीसगढ़ में विकसित राज्य बनने के लिए और तीव्र विकास के लिए असीम संभावनाएं हैं और इस दिशा में आगे बढ़कर छत्तीसगढ़ अपने विकास के साथ ही विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

सभी मंत्रिगणों ने संवाद में भागीदारी करते हुए छत्तीसगढ़ में इस संबंध में बनाई जा रही नीतियों के बारे में बताया। साथ ही उन्होंने श्री सुब्रमण्यम के समक्ष अपनी जिज्ञासाएं भी रखीं जिस पर विकसित छत्तीसगढ़ और विकसित भारत के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए सार्थक चर्चाए हुई।

उल्लेखनीय है कि इस 2 दिवसीय चिंतन शिविर में छत्तीसगढ़ के विजन हेतु सार्थक चर्चाए और विमर्श होना है। साथ ही संसाधनों के सतत उपयोग एवं योजनाओं के अभिसरण सहित विविध विषयों पर वार्तालाप होगी।
बता दे की इस चिंतन शिविर में कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप,खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल,उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन, वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी रजवाड़े, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा मौजूद रहे।

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